“सच्ची शिक्षा वही है जो केवल नौकरी के लिए नहीं, जीवन जीने की समझ के लिए तैयार करे।”
प्रिय विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों,
LCP Education में मेरा जुड़ाव एक शिक्षक मात्र के रूप में नहीं है, बल्कि एक दृष्टि के वाहक के रूप में है — एक ऐसी दृष्टि जिसमें शिक्षा केवल विषयों की जानकारी देने का माध्यम नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण का स्तंभ है।
हर छात्र अपने भीतर अद्भुत संभावनाएँ लेकर जन्म लेता है। लेकिन उन संभावनाओं को आकार देने के लिए उसे सही दिशा, मार्गदर्शन और प्रेरणा की आवश्यकता होती है। मेरा प्रयास सदा से यही रहा है कि हम हर विद्यार्थी के भीतर छिपे आत्मविश्वास और नेतृत्व को पहचानें, और उसे ज्ञान के साथ-साथ जीवन के मूल्य भी प्रदान करें।
LCP Education को मैं एक साधारण संस्था नहीं, बल्कि एक शैक्षणिक क्रांति मानता हूँ — जहाँ शिक्षक केवल पाठ पढ़ाते नहीं, बल्कि जीवन को समझने की कला सिखाते हैं; जहाँ पाठ्यक्रम से अधिक संस्कारों और सोचने की स्वतंत्रता को महत्व दिया जाता है।
मैं अपने सभी शिक्षकों से आग्रह करता हूँ कि वे बच्चों को केवल प्रश्नों के उत्तर देना न सिखाएं, बल्कि उन्हें सवाल पूछने का साहस देना सिखाएं। और अभिभावकों से यही कहना चाहूँगा कि आप बच्चों पर अपेक्षाओं का बोझ न डालें, बल्कि उन्हें उड़ने के लिए आकाश दें।
विद्यार्थियों से मेरा स्नेहपूर्वक संदेश यही है:
पढ़ो, सोचो, समझो और फिर अपनी राह खुद बनाओ।
डिग्रियाँ ज़रूरी हैं, लेकिन चरित्र सबसे बड़ी उपलब्धि है।
हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बना सकते हैं, जहाँ शिक्षा केवल सूचना नहीं, एक संस्कार हो।
आप सभी के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ।
Dr. Toran Sahu
Mentor – LCP Education Pvt. Ltd.